अंजलि यादव,
लोकल न्यूज ऑफ इंडिया,
नई दिल्ली: पूर्वी जापान, बुधवार देर रात 7.4 तीव्रता की भूकंप से थर्रा उठा. भूकंप के बाद तुरंत सुनामी की चेतावनी जारी कर दी गयी. शुरुआती खबरों के मुताबिक भूकंप की वजह से 20 लाख से ज्यादा मकानों की बिजली गुल हो गयी. स्थानीय समय के मुताबिक रात 11:36 बजे भूकंप आया.
बता दे कि जापान में भूकंप के बाद सुरक्षा के लिए कई कदम उठाए हैं. जापान की ईस्ट निप्पॉन कंपनी ने कई एक्सप्रेसवे का आने जाने वाला रास्ता बंद करा हुआ है. ओसाकी का तोहोकू एक्सप्रेसवे, मियागी का प्रीफेक्चर और सोमा, फुकुशिमा का जोबन एक्सप्रेसवे है. जापान की राजधानी टोक्यो के पास बुधवार रात को आए भूकंप ने बहुत ज्यादा नुकसान किया. इस भूकंप में दो लोगों की मौत हो गई और 88 लोग धायल हो गए. भूकंप की तीव्रता इतनी ज्यादा थी कि चलती हुई ट्रैन पटरी से नीचे उतर गई.जापान के मौसम विभाग ने सुनामी की चेतावनी दी है. इस साल का भूकंप सामान्य से काफी ज्यादा तीव्रता वाला है.रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 7.3 नापी गई. रात को 8.06 बजकर (जापान में 11.30) आए भूकंप
से टोक्यो के पास 297 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में भूकंप का केंद्र बताया है. भूकंप का केंद्र समुद्र में 60 किलोमीटर गहराई में था. जापान के मियागी और फुकुशिमा में भूकंप के झटके काफी महसूस हुए है.दोनों जगह के लोगों से तटीय इलाकों में रहने को कहा गया है. फुकुशिमा में भूकंप से 2 लोगों की मौत हो गई है. जापान में भूकंप की वजह से बुलेट ट्रेन पटरी से उतर गई. बुलेट ट्रैन ऑपरेटर कंपनी ने कहा कि तोहोकू में बुलेट ट्रैन पटरी से उतर गई है. भूकंप के बाद उत्तरी जापान का मॉल बुरी तरह से चकनाचूर हो गया है.
भूकंप की वजह से जापान की राजधानी टोक्यो में 20 लाख घरों में अंधेरा पसरा हुआ है. इस साल के भूकंप ने 11 मार्च साल 2011 का भूकंप याद दिला दिया है. 11 मार्च साल 2011 का दिन जापान के लिए बहुत ही शोक वाला दिन रहा था. इस दिन का भूकंप उत्तरपूर्वी जापान के तट पर आया था,इस में से निकलने वाली सुनामी से हजारों लोगों की जान चली गई थी. इस भूकंप से 18 हजार लोगों की मौत हो गई थी.
Copyright @ 2019 All Right Reserved | Powred by eMag Technologies Pvt. Ltd.
Comments